★ सामग्री
नीम का तेल एक किलो...
राल बारीक पिसी हुई एक पाव...
गंधविरोजा एक छटांक..
● म्रऱहम बनाने की विधि
सबसे पहले नीम के तेल को एक कढ़ाही में डालकर खौलने के लिये आगपर चढ़ा दें जब तेल खूब गरम हो जाये तब उसमे राल व गंधविरोजा डालकर चलाये जब तीनो चीज मिलकर एक दिल हो जांये तब उतारकर किसी मिट्टी के बड़े बर्तन (नांद )में जिसमें चालिस लीटर पानी भरा हो डाल दें ( यह अन्य तेलों की तरह छिटकेगा नहीं ) व चार पांच घण्टे बाद किसी मोटे कपड़े से छान कर एक बड़ी परात में रख कर एक एक लीटर पानी डालकर चालीस पचास बार फेंटकर धुल जाये तब एक जार या मिट्टी के बर्तन मे रख लें यह बहोत ही ठंडा व चिकना मरहम बनकर तैयार हो जायेगा !!
■ नोट....
यह मरहम अस्सी पर्सेंट जले हुये रोगी को भी लगाने पर तुरन्त ठंडक व आराम देता है !! पन्द्रह से बीस दिन मरहम लगाने पर रोगी को पूर्ण रूप से ठीक कर त्वचा को प्राकृतिक रंग देता है !!
.....इस विधि से तैयार करने पर इतनी ही सामग्री में चार पांच किलो मरहम तैयार हो जाता है !!...
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