Wednesday 2 November 2016

शास्त्रीय संगीत के विविध *राग* और वे सुननेसे मिलनेवाले *फायदे*


1 *राग दुर्गा** – आत्मविश्वास बढानेवाला. 2 *राग यमन* – कार्यशक्ती बढानेवाला. 3 *राग देसकार* – उत्थान व संतुलन साधनेवाला 4 *राग बिलावल* – अध्यात्मिक उन्नती व संतुलन साधनेवाला. 5 *राग हंसध्वनी* – सत्य असत्य को परिभाषित करनेवाला राग. 6 राग *श्याम कल्याण* – मुलाधार उत्तेजीत करनेवाला और आत्मविश्वास बढानेवाला. 7 *राग हमीर* – आक्रमकता बढानेवाला, यश देगा व शक्ती और उर्जा निर्माण करनेवाला. 8 *राग केदार* – स्वकर्तृत्वपर पूर्ण विश्वास निर्माण भरपूर उर्जा निर्माण करनेवाला और मुलाधार उत्तेजित करनेवाला. 9 *राग भूपाली* – शांतता निर्माण संतुलन साधकर अहंकार मिटाता है. 10 *राग अहिरभैरव** – शुद्ध इच्छा प्रेम एवं भक्तीभाव निर्माण करता है व आध्यात्मिक उन्नतीस पोषक वातावरण निर्मितीकरके समाधान देगा. 11 *राग भैरवी** – इडा नाडी सशक्त करता है भावनाप्रधान राग सर्व सदिच्छा पूर्णकरके प्रेम वृध्दिंगत करेगा . 12 *राग मालकंस** – अतिशय शांत - मधुर राग प्रेमभाव निर्माण करता है व संसारिक सुख वृध्दिंगत करेगा. 13 *राग भैरव** – शांत वृत्ती व शुध्द इच्छा निर्माण करता है आध्यात्मिक प्रगतीके लिये पोषक एवं शिवतत्व जाग्रुत करनेवाला राग हौ. 14 *राग जयजयवंती** – सुख समृद्धि देनोनाला राग यश दायक है.विशुद्धीकीसभी समस्या दूर करनेकी क्षमता रखता है. 15 *राग भिमपलासी** – संसार सुख व प्रेम देता है. 16 *राग सारंग** – कल्पना शक्ती व कार्यकुशलता बढाकर नवनिर्मिती ज्ञान प्रदान करता है आत्मविश्वास बढाकर परिस्थितीका ग्यान देता है. अत्यंत मधुर राग. 17 *राग गौरी* – शुध्द ईच्छा, मर्यादाशिलता, प्रेम, समाधान, उत्थान इत्यादी गुणवर्धक राग.

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