1 *राग दुर्गा**
– आत्मविश्वास बढानेवाला.
2 *राग यमन*
– कार्यशक्ती बढानेवाला.
3 *राग देसकार*
– उत्थान व संतुलन साधनेवाला
4 *राग बिलावल*
– अध्यात्मिक उन्नती व संतुलन साधनेवाला.
5 *राग हंसध्वनी*
– सत्य असत्य को परिभाषित करनेवाला राग.
6 राग *श्याम कल्याण*
– मुलाधार उत्तेजीत करनेवाला और आत्मविश्वास बढानेवाला.
7 *राग हमीर*
– आक्रमकता बढानेवाला, यश देगा व शक्ती और उर्जा निर्माण करनेवाला.
8 *राग केदार*
– स्वकर्तृत्वपर पूर्ण विश्वास निर्माण भरपूर उर्जा निर्माण करनेवाला और मुलाधार उत्तेजित करनेवाला.
9 *राग भूपाली*
– शांतता निर्माण संतुलन साधकर अहंकार मिटाता है.
10 *राग अहिरभैरव**
– शुद्ध इच्छा प्रेम एवं भक्तीभाव निर्माण करता है व आध्यात्मिक उन्नतीस पोषक वातावरण निर्मितीकरके समाधान देगा.
11 *राग भैरवी**
– इडा नाडी सशक्त करता है भावनाप्रधान राग सर्व सदिच्छा पूर्णकरके प्रेम वृध्दिंगत करेगा .
12 *राग मालकंस**
– अतिशय शांत - मधुर राग प्रेमभाव निर्माण करता है व संसारिक सुख वृध्दिंगत करेगा.
13 *राग भैरव**
– शांत वृत्ती व शुध्द इच्छा निर्माण करता है आध्यात्मिक प्रगतीके लिये पोषक एवं शिवतत्व जाग्रुत करनेवाला राग हौ.
14 *राग जयजयवंती**
– सुख समृद्धि देनोनाला राग यश दायक है.विशुद्धीकीसभी समस्या दूर करनेकी क्षमता रखता है.
15 *राग भिमपलासी**
– संसार सुख व प्रेम देता है.
16 *राग सारंग**
– कल्पना शक्ती व कार्यकुशलता बढाकर नवनिर्मिती ज्ञान प्रदान करता है आत्मविश्वास बढाकर परिस्थितीका ग्यान देता है. अत्यंत मधुर राग.
17 *राग गौरी*
– शुध्द ईच्छा, मर्यादाशिलता, प्रेम, समाधान, उत्थान इत्यादी गुणवर्धक राग.
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